नमस्कार दोस्तों! कोविड-19 के दौरान आने वाले विभिन्न नए-नए कोरोनावायरस वेरिएंट और उससे जुड़ी जानकारियों के लिए हम हर दिन आपके लिए लेकर आते हैं इसकी विशेष जानकारी। सबसे पहले हम आपको बता दें कि इन दिनों एक नए वायरस की चर्चा हो रही है, जिसका नाम है C.1.2 Variant.
Covid-19 C.1.2 variant symptoms |
हम सभी जानते हैं कि कोरोना वायरस जैसी खतरनाक महामारी ने अपने भयंकर प्रभाव के कारण दुनिया के करीब हर देश में लोगों के बीच दर और चिंता का माहौल बनाया है। इसी के साथ आ रहे इसके नए वेरिएंट्स और भी ज्यादा खतरनाक साबित हो रहे हैं जिन पर वैक्सीन का भी कम असर देखा जा रहा है।
C.1.2 variant of Covid-19 : बता दें कि कोरोनावायरस अपने तीसरे चरण में प्रवेश करने को पूरी तरह से तैयार है और इसी बीच आए इस C.1.2 वैरिएंट ने सबको डरा दिया है क्योंकि इस नए वैरिएंट ने हजारों लोगों को कुछ ही दिनों में संक्रमित कर दिया है। इस आर्टिकल के माध्यम से C.1.2 variant kya hai और C.1.2 symptoms, reasons आदि से जुड़ी कई जानकारियां देने वाले हैं।
1. C.1.2 वेरीएंट क्या है? (What is C.1.2 variant in Hindi?)
C.1.2 variant कोरोना वायरस का ही एक म्यूटेशन है जो काफी खतरनाक साबित हो रहा है। यह वैरीअंट काफी तेजी से अपना असर दिखा रहा है और कई देशों में फैल कर हजारों लोगों को तेजी से संक्रमित कर रहा है। कई साइंटिस्ट इस वैरीअंट को म्यूटेशंस का तारामंडल भी कह रहे हैं क्योंकि इसमें कई तरह के अलग-अलग म्यूटेशन पाए गए हैं।
2. C.1.2 वैरिएंट के लक्षण क्या हैं? (What are the C.1.2 variant symptoms in Hindi?)
C.1.2 variant symptoms |
विशेषज्ञों द्वारा कहा जा रहा है कि C.1.2 variant एक नया वेरिएंट है जिसके बारे में अधिक अध्ययन करने की जरूरत है इसीलिए अब तक इसके शी लक्षणों के बारे में पूरी तरह से पुष्टि नहीं की जा सकती है। लेकिन कई वैज्ञानिकों ने यह भी कहा है कि अब तक के किए गए इस वेरिएंट के अध्ययन के अनुसार इससे संक्रमित लोगों में कुछ सामान्य लक्षण पाए गए हैं। C.1.2 के कुछ लक्षण निम्नलिखित हैं -
- C.1.2 variant से संक्रमित कई लोगों में नाक बहने जैसी समस्या को पाया गया है।
- डेल्टा वेरिएंट की तरह ही इस वेरिएंट में भी लोगों में खांसी जैसे लक्षण पर गए हैं।
- C.1.2 से संक्रमित लोगों ने गले की दर्द की समस्या के बारे में भी कहा है जिसे इसका लक्षण माना जा रहा है।
- इस वेरिएंट से संक्रमित लोगों में शरीर के दर्द की भी समस्या पाई गई है।
- कोरोना वायरस की तरह ही इस वेरिएंट में भी स्वाद और गंध की कमी के लक्षण पाए जा रहे हैं।
- इस वायरस से संक्रमित होने पर लोगों को बुखार का भी सामना करना पड़ता है।
- इस वेरिएंट से संक्रमित होने पर लोगों में मांसपेशियों के ऐंठन की समस्या देखी गयी है।
- इस वेरिएंट से संक्रमित लोगों के आंखों में रंग में भी कुछ बदलाव देखे गए हैं।
- लोगों को इस वेरिएंट के संक्रमण होने पर दस्त की समस्या भी झेलनी पड़ती है।
- यह वेरिएंट फेफरों पर भी कुछ असर कर सकता है।
3. Vaccine का कैसा असर हो रहा है C.1.2 वेरिएंट पर? (How is the C.1.2 vaccine impacting the variant in Hindi?)
- C.1.2 वेरिएंट काफी म्यूटेशन के बदलाव की वजह से पैदा हुआ है जिसके कारण इस वैरीअंट को अफ्रीका के NICD और KRISP जैसे मेडिकल इंस्टीट्यूट द्वारा वैरीअंट ऑफ इंटरेस्ट की सूची में रखा गया है जिस पर वैज्ञानिक आने वाले समय में अपना अध्ययन करेंगे।
- अब तक के किए गए इस वैरीअंट के अध्ययन के अनुसार यह बात जताई जा रही है कि इस पर कोरोना के खिलाफ लड़ने वाली वैक्सीन का असर कम हो सकता है।
- यह वायरस कोरोना वायरस के खिलाफ दिए जा रहे वैक्सीन के रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी आसानी से चकमा से कर लोगों की चिंता बढ़ा रहा है।
- हालांकि वैज्ञानिकों और विशेषज्ञों ने अपने अध्ययन के अनुसार बताया है कि जिन लोगों को कोरोना वायरस से लड़ने वाली वैक्सीन की दोनों ही खुराक मिल चुकी है, उन लोगों में इस नए वैरिएंट का कम असर होगा।
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4. C.1.2 वैरिएंट सबसे पहले कहां पाया गया था? (Where was the C.1.2 variant first found in Hindi?)
C.1.2 वैरिएंट सबसे पहले दक्षिण अफ्रीका के देश में मिला था जहां अब तक इस वायरस या वेरिएंट की वजह से हजारों लोग संक्रमित हो चुके हैं। आपको बता दें कि साल 2021 के मई महीने इस C.1.2 वेरिएंट को पाया गया था। तब से इस पर कई वैज्ञानिक इसके लक्षण, बचाव और इस पर हो रहे अलग अलग वैक्सीन के असर के बारे में अपना अध्ययन कर रहे हैं।
5. C.1.2 वेरिएंट का भारत पर क्या प्रभाव पड़ा है? (What is the impact of the C.1.2 variant in India in Hindi?)
दोस्तों! हम जानते हैं कि भारत में आज से डेढ़ साल पहले कोरोना वायरस ने दस्तक दी थी जिससे इसके मामलों में अचानक बढ़ोतरी होती ही गई। इससे घनी आबादी वाले हमारे भारत देश पर काफी बुरा प्रभाव देखा गया था, जहां लाखों लोगों ने इस खतरनाक महामारी से अपनी जान गंवाई थी।
साल 2021 में जब कोरोना वायरस को दूसरी लहर ने भारत में कदम रखा तो इसके नए और अलग अलग वेरिएंट्स के कारण लोगों में संक्रमण तेजी से फैला। लेकिन अब दूसरे चरण के अंत और कोरोना वायरस की तीसरी लहर की आशंका के बीच जब यह C.1.2 वेरिएंट ने दुनिया में दस्तक दी है तो कई वैज्ञानिकों और विशेषज्ञों द्वारा इस दर और चिंता की आशंका जताई जा रही है कि यह वेरिएंट भारत के लिए काफी नुकसानदायक, खतरनाक और प्रभावशाली हो सकता है। बात करें C.1.2 वेरिएंट की तो भारत पर इसके निम्नलिखित प्रभाव देखने को मिले हैं-
- कोरोना वायरस की दूसरी लहर कम होने के बाद यात्रा में कई तरह की छूट दे दी गई जिसके कारण संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है।
- भारत में स्कूल और व्यवसाय जैसे संस्थानों के दोबारा खोले जाने से लोगों में संक्रमण आसानी से हो सकता है।
- हम सभी जानते हैं कि अभी भारत में अलग अलग त्योहारों का समय है, जिसके कारण यह संक्रमण तेजी और आसानी से फैल सकता है।
- इन्हीं बातों को ध्यान में रखते हुए इस नए वेरिएंट को भारत के लिए खतरनाक बताया जा रहा है।
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6. C.1.2 वेरिएंट की सावधानियां और बचने के उपाय क्या हैं? (What are the precautions of C.1.2 variant home remedies in Hindi?)
C.1.2 variant test and precautions |
C.1.2 वेरिएंट एक संक्रमण वेरिएंट है जो किसी भी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से फैल सकता है। दोस्तों! हमने आपको बताया कि यह वेरिएंट दूसरे कई वेरिएंट्स की तरह ही कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ने वाली वैक्सीन के सामने भी असर कर रहा है। यह वेरिएंट हमारे रोग प्रतिरोधक क्षमता को कम कर के हमारी इम्युनिटी को कमजोर करता है और उसे बड़ी आसानी से चकमा भी से सकता है। ऐसे में भारत जैसे देश में खतरा और भी बढ़ गया है क्योंकि यहां बड़ी संख्या में लोगों को वैक्सीन नहीं दी गई है जिसके कारण लोग चिंतित हो रहे हैं। इसके लिए निम्नलिखित सावधानियां बढ़ती जा सकती है-
- C.1.2 वेरिएंट के प्रभाव को देखते हुए विशेषज्ञों ने कोरोना वायरस महामारी के लिए बनाए गए सभी नियमों को पलने के लिए लोगों से अपील कर रही है।
- इसके साथ ही यदि ऊपर बताए गए किसी भी तरह के लक्षणों के शरीर में मिलते हैं तो C.1.2 test जरूर करवाएं।
- इस वेरिएंट से बचने के लिए हमेशा मास्क को सार्वजनिक जगहों पर इस्तेमाल करें।
- इस वेरिएंट का खतरा कम करने के लिए Social Distancing को भी मेंटेन करें।
- जरूरत न होने पर घर से बाहर न निकलें और दूसरों को भी जागरूक करें।
- इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए पौष्टिक भोजन का सेवन जरूर करें।
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अस्वीकरण (Disclaimer)
इस आर्टिकल में हमने C.1.2 वेरिएंट से जुड़ी कुछ मुख्य बातें बताई हैं जो शैक्षणिक उद्देश्यों की पूर्ति के लिए दी गई है। इस वायरस से जुड़ी या इसके बारे में अधिक जानकारी पाने के लिए आप WHO की अधिकारी वेबसाइट पर जाकर इस नए C.1.2 वेरिएंट से जुडे़ नए अपडेट्स आसानी से देख सकते हैं। हमने यहां नए वेरिएंट की जानकारी के लिए जो भी जानकारी उपलब्ध करवाई है, उसके लिए यह वेबसाइट किसी भी तरह की जिम्मेदारी का कोई दावा नहीं करता है। इस वेरिएंट की अधिक जानकारी के लिए आप खुद WHO के ऑफिसियल वेबसाइट को उसके link की मदद ले सकते हैं।
दोस्तों! हालांकि हमें इस बात की पूरी उम्मीद है कि इस आर्टिकल में हमारे द्वारा बताए गए C.1.2 वेरिएंट या इस नए वायरस की जानकारियां WHO के जारी किए गए अपडेट्स के पूरी तरह मुताबिक ही हैं जो आपको बेहद पसंद आई होगी। इस नए C.1.2 वेरिएंट या वायरस से जुड़ी हमारी यह आर्टिकल अगर आपको पसंद आई है तो आप अपने सोशल मीडिया पर इसे जरूर शेयर कर अपने दोस्तों और दूसरे कई लोगों को भी इसकी अधिक जानकारी जरुर दें। इस नए वायरस से जुड़ी आने वाली दूसरी सभी जानकारियों को हम समय समय पर आपसे जरूर ही शेयर करेंगे।
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