हम सभी जानते हैं कि चमकदार और सफेद दांत हमेशा आकर्षण का केंद्र रहती है लेकिन कई बार हमारे लापरवाह व्यवहारों अथवा खान-पान के कारण दांत खराब होने लगते हैं और दांत के रोग से संबंधित बीमारियां सामने आने लगती है। यहां हम दातों से संबंधित सभी समस्याएं और उनका रामबाण उपचार के बारे में बताने वाले हैं जिससे आप आसानी से dant dard ka ilaaj कर सकते हैं और खूबसूरत और सफेद दांत पा सकते हैं।
Dant dard ka rog aur gharelu ilaaj |
दांतों से संबंधित विभिन्न प्रकार के रोगों एवं इसके उपचार जाने से पहले दांतों के प्रकार (Types of teeth) के बारे में जान लेते हैं। हमारे मुंह में दांत चार प्रकार के होते हैं, जो निम्नलिखित हैं-
Types Of Teeth:
- इंसिजर- यह मुख्य रूप से फूड्स को काटने के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं।
- मोलर- मोलर दातों का उपयोग भोजन को चबाने के लिए किया जाता हैं।
- प्रीमोलर- प्रीमोलर दातों का उपयोग भोजन को चबाने एवं पीसने के लिए किया जाता है।
- कैनाइन- कैनाइन दातों का उपयोग भोजन को दातों से अलग करने के लिए किया जाता है।
दाँतों को नुकसान होने के कारण (Causes of Tooth Decay):
हमारी आम दिनचर्या में कई प्रकार के ऐसे कार्य होते हैं जिनसे हमारे दाँतों को नुकसान पहुंचता है, जिससे Dant dard की कई समस्या उतपन्न होती है। खानपान के जरिए या किसी दुर्घटना के कारण कई बार हम अपने दांतो को स्वयं नुकसान पहुंचा देते हैं लेकिन हमें dant dard ka ilaaj का अंदाजा भी नहीं लगता और दांत सड़ जाते हैं। आइए जानते हैं दांतों को नुकसान होने के कारण क्या है -
- दांतों की देखभाल ठीक से न करने के कारण जैसे दिनभर में दो बार ब्रश न करना, रोजाना फ्लैश न करना, ठीक से खाना न खाना एवं नियमित रूप से डेंटल चेकअप न करवाने से दांत दर्द की समस्या उत्पन्न होने लगती है।
- कुछ ऐसे भी लोग होते हैं जो खाने के बाद अच्छी तरह से अपने मुंह को साफ नहीं करते जिस वजह से खाने के छोटे-छोटे पार्टिकल्स दातों में रह जाते हैं एवं या दातों के सड़न का कारण बनते हैं।
- शरीर में कैल्शियम की कमी हो जाती है जिसके कारण दांत दर्द की समस्या उत्पन्न होने लगती है जो काफी पीड़ादायक होती है।
- कई बार हमारे दांतो में बैक्टीरियल इनफेक्शन हो जाते हैं। इस बार भी दांत में गंभीर पीड़ा उत्पन्न होती है और दांत दर्द उत्पन्न होने लगता है।
इसे भी पढ़ें- बालों को मजबूत और चमकदार बनाने के रामबाण उपाय (baalon ko majboot aur chamakdar banane ke Ramban upay)
दांत दर्द के कारण होने वाले रोग और इलाज (Diseases and treatment due to toothache):
Diseases due to toothache |
हम सभी जानते हैं कि जिस तरह से हमारे शरीर के विभिन्न अंगों में रोग उत्पन्न होते हैं उसी प्रकार दातों में भी कई प्रकार के रोग जन्म लेते हैं। यहां हम दांत दर्द के कारण होने वाले रोग (side effects of tooth decay) और dant dard ka ilaaj के बारे में बताने वाले हैं जो कुछ इस तरह से हैं -
1.पायरिया:
• कारण: पायरिया शरीर में कैल्शियम की कमी की वजह से होता है। जो मसूड़ों के खराबी होने के कारण होता है।
• लक्षण: इस रोग में मसूड़े पीले एवं खराब हो जाते हैं,जिससे मसूड़ों से खून भी निकलता है। इससे सांसों में बदबू आती है एवं यह दांतो को ढीला कर मसूड़ों को पीछे हटा देती है।
• इलाज: पायरिया के इलाज के लिये मसूड़ों में तेल और नमक की मालिश करने से राहत मिलती है। वैसे इसके इलाज के लिये डॉक्टर से भी सलाह लेनी चाहिए।
2.दांत की हड्डियों का कमजोर होना:
• कारण: दातों में छेद होने के प्रमुख तीन कारण होते हैं- दांत की ऊपरी सतह का असुरक्षित होना, दांत की पट्टी पर भोजन का जमा होना एवं भोजन में ज्यादा कार्बोहाइड्रेट का होना। यह मुख्य रूप से चीनी चॉकलेट बिस्किट ब्रेड जैम जैसे भोजन को खाने से होते हैं।
• लक्षण: दाँत की हड्डियों के कमजोर होने से दांतों में अचानक से पीड़ा होने लगती है और कभी-कभी दांत हिलने लगता है।
• इलाज: दाँत की हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए स्वास्थ्य भोजन एवं दातों का अच्छी तरह से ख्याल रखना जरूरी होता है।
3.दांत को जबड़े से जोड़े रखने वाली परत की बीमारियाँ:
• कारण: यह बीमारी दातों में अच्छे से ब्रश ना करने की वजह से होते हैं एवं मधुमेह और धूम्रपान द्वारा इसे बढ़ावा भी दिया जाता है। दांतो की सही देखभाल ना होने से दांत को जबड़े से जोड़े रखने वाली परत की बीमारियाँ होने लगती है।
• लक्षण: यह बीमारी मसूड़े एवं हड्डी को अधिक प्रभावित करती है। इससे मसूड़े लाल होते हैं एवं सूजन पड़ जाती है और खून भी बहने लगता है।
• इलाज: दांतो की इस बीमारी से बचने के लिए दैनिक दिनचर्या में दांतों को साफ करते रहना चाहिए। यदि जल्द से जल्द इसका इलाज नहीं किया जाए तो दांतो एवं हड्डी की सक्रियता जाती रहेगी।
4. दांतों का गिरना:
• कारण: दांतो में कमजोरी आने एवं कैल्शियम की कमी से दातों के गिरने की समस्या उत्पन्न हो जाती है जो अधिकतर बुजुर्गों में देखी जाती है।
• लक्षण: वृद्धावस्था के कारण दातों की गिरने की समस्या आने लगती है जिससे भोजन को चबाने में समस्या होती है।
• इलाज: दातों के गिरने की समस्या से बचने के लिए अपनी दिनचर्या में स्वस्थ भोजन को शामिल करना बेहद जरूरी है।
5. मुँह का कैंसर:
• कारण: दांतो की गंभीर समस्या मुँह का कैंसर का कारण बनती है जिसमें गुटका, खैनी प्रमुख हैं।
लक्षण: मुंह का कैंसर में मुंह में छाले पड़ जाते हैं और देखने में बहुत ही गंदा लगता है।
• इलाज: गुटका, खैनी जैसी चीजों के सेवन से मुंह में पौष्टिकता की कमी हो जाती है एवं संक्रमण उत्पन्न होते हैं। इस कारण गुटका और खैनी को रोकने से मुंह का कैंसर से बचा जा सकता है।
इसे भी पढ़ें- बेस्ट हेल्थी डाइट फ़ॉर वेट लॉस इन हिंदी (Best healthy diet for weight loss in hindi)
दांतों में होने वाली समस्याएँ और इलाज (Dental problems and treatment):
दांत दर्द के कारण होने वाली कुछ सामान्य समस्याएं निम्नलिखित हैं:
Dental problems and treatment |
1. हेलिटोसिस:
• समस्या और कारण: हेलिटोसिस के कारण मुंह से दुर्गंध आने की समस्या हो सकती है, जो किसी भी व्यक्ति के लिए काफी शर्म की बात होती है एवं इससे दातों को क्षती भी पहुंच सकती है।
• इलाज: अमरूद के पत्ते चबाने से हेलिटोसिस की समस्या से निजात मिलती है और मुंह से बदबू भी समाप्त हो जाती है।
2. दांत की सड़न:
• समस्या और कारण: दांतों में सड़न एक आम समस्या है जो हमारे खाने में मौजूद शर्करा एवं हमारे दांतो में जमी पट्टिका के अम्लीय संयोजन के परिणाम स्वरुप होता है।
• इलाज- दांतों की नियमित सफाई करने से इसे रोका जा सकता है।
3. Periodontal या मसूड़ों की बीमारी:
• समस्या और कारण: यह दर्दनाक एवं संवेदनशील दांत के लक्षण होते हैं। यह लाल रंग के सूजे हुए होते हैं।
• इलाज- इसे प्रतिदिन सुबह एवं रात में नियमित रूप से ब्रश करके और दांतो की सफाई करके भी रोका जा सकता है।
4. ड्राई माउथ:
• समस्या और कारण: डिहाइड्रेशन के कारण ड्राई माउथ की समस्या होती है। कभी-कभी पेट की बीमारी भी इसके कारण बनते हैं। ड्राई माउथ को कभी-कभी जेरॉस्टमिया भी कहते हैं।
• इलाज: इसके इलाज के लिए चाय और कॉफी का प्रयोग कम करना चाहिए एवं मुंह की सफाई पर विशेष ध्यान देना चाहिए।
इसे भी पढ़ें- पानी पीना सेहत के लिए कितना जरूरी होता है? लाभ और नुकसान
दांतों के क्षय के कारण होने वाले रोग (Diseases caused by tooth decay):
स्वस्थ आहार ग्रहण न करने अथवा उम्र हो जाने पर दातों के क्षय की समस्या उत्पन्न होने लगती है। उसके कारण कई सारी ऐसी बीमारियां होती है, जिसे न चाहते हुए भी हम रोक नहीं पाते हैं। दातों के क्षय के कारण होने वाले रोग निम्नलिखित हैं-
- डायबिटीज की समस्या
- उच्च रक्तचाप
- हृदय रोग
- कैंसर
- फेफड़ों का रोग
- मसूड़ों से खून आना
- एनामेलोमास
- डाईलेसरेशन
- दन्ताल्पता Hypodontia/ओलिगोडॉनशिया
- लघुदन्तता (माइक्रोडॉनशिया या माइक्रोडॉन्शिज्म)
- हाईपरसीमेंटोसीस
- पिरियोडोंटिस की समस्या
दांत दर्द का दवा (medicine of Toothache and Gums Problem):
- असिटामिनोफेन (टाएलेनॉल) या फिर इबप्रोफेन (ऐडविल)
- फिटकरी का पावडर
दांतों का क्षय होने से बचाने के घरेलू उपाय (Home remedies and tips for Tooth Decay):
Home remedies for tooth decay |
अपने जीवन शैली एवं आहार में बदलाव के बाद ही हम अपने दांतों को नुकसान से बचा सकते हैं। दांतो को क्षय होने से बचाने के लिए निम्नलिखित उपाय किए जा सकते हैं-
1. दाँतों की देखभाल के लिये आवश्यक उपाय (Teeth care tips in hindi):
- रोजाना नियमित रूप से ब्रश करें।
- दातों को आपस में रगड़ने एवं टकराने से बचें।
- शर्करा एवं स्टार्च युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन से बचें।
- जीभ की भी नियमित रूप से सफाई करें।
- मसूड़ों एवं दांतो के दर्द के लिए किसी डॉक्टर से संपर्क करें।
- महीने में दो बार दातों को साफ अवश्य कराएं।
- रेड वाइन सोडा खट्टे फल एवं अत्यधिक मीठे पेय पदार्थ का सेवन करने से बचें।
- रोजाना भोजन करने के बाद अपनी मुंह को अच्छी तरह से पानी से साफ करें।
इन सभी उपायों को कर के दांत दर्द एवं उससे होने वाली बीमारियों से बचा जा सकता है।
इसे भी पढ़ें- स्वस्थ और मजबूत दांत पाने के लिए 8 महत्वपूर्ण उपाय ( 8 Best tips to keep your teeth healthy and strong)
2. दांतों का क्षय रोकने के घरेलू उपचार (Home remedies to prevent tooth decay):
दांतो के दर्द को दूर करने के लिए सबसे पहले लोग घरेलू नुस्खा को ही आजमाते हैं। घरेलू नुस्खों को अपनाकर दांतो के दर्द से होने वाले नुकसान से बचा जा सकता है–
- नींबू: नींबू के छिलके पर सरसों तेल डालकर दातों पर रगड़ने से दांत साफ एवं मसूड़े मजबूत होते हैं और दर्द से भी राहत मिलता है।
- सरसों तेल: तीन से चार बूंद सरसों तेल में एक चुटकी नमक एवं एक चुटकी हल्दी डालकर दातों पर मालिश करें इससे दांत दर्द ठीक होते हैं एवं हिलते हुए दांत मसूड़ों में फिट हो जाते हैं।
- लौंग: दांतों में दर्द वाली जगह पर लॉन्ग रखने से दर्द में राहत मिलती है परंतु इसमें धैर्य रखने की आवश्यकता होती है।
- चारकोल और फिटकरी के इस्तेमाल से दांतों की गंभीर समस्या में सहायता होती है।
- इस तरह के और भी कई सारे घरेलू उपाय के कारक होते हैं जैसे अदरक,अमरूद के पत्ते, लहसुन, तिल का तेल, पुदीना इत्यादि।
इसे भी पढ़ें- दांतों और मसूड़ों की समस्या के 12 घरेलू उपाय (12 home remedies for teethache and gums problem In Hindi)
दाँतों की देखभाल के लिये ध्यान में रखने वाली बात:
दांतो से संबंधित समस्या को कभी भी हल्के में नहीं लेना चाहिए क्योंकि दांत के छोटी सी भी परेशानी चाहे वह दांतों में दर्द हो या सूजन हो आपको डॉक्टर से अवश्य संपर्क करना चाहिए। यदि हम सही समय पर दांतो का इलाज नहीं करवा पाते हैं तो आगे चलकर हमें एक बड़ी समस्या का सामना करना पड़ सकता है।
हम आशा करते हैं कि आपको हमारी पोस्ट दातों से संबंधित सभी समस्याएं और उनका रामबाण उपचार पसंद आई होगी क्योंकि इसमें हमने दातों से संबंधित सभी प्रकार के रोग, dant dard ka ilaaj और घरेलू उपायों का विस्तृत वर्णन किया है। इसी प्रकार की अन्य समस्याओं की जानकारी के लिए हमें जरूर बताएं और इस बात का ध्यान रखें कि अधिक समस्या होने पर चिकित्सक सलाह जरूर लें।
इसे भी पढ़ें- झट पट वजन घटाने के रामबाण उपाय (Best diet for quick Weight Loss In Hindi)
इसे भी पढ़ें- गर्भवती महिलाओं, बूढ़े लोगों, महिलाओं और पुरुषों के लिए वजन घटाने के जबरदस्त उपाय (easy weight loss tips for man and woman)