Malaria kya hai?
मलेरिया मादा एनाफिलीज मच्छर के काटने और प्लाज्मोडियम परजीवी के प्रभाव से होने वाली बुखार है, जिसमें मलेरिया से ग्रसित व्यक्ति को symptoms of malariya hindi में तेज बुखार आ जाता है एवं कंपकंपी महसूस होने लगती है।
- मलेरिया क्या है? (What is malaria in Hindi?)
- मलेरिया के प्रकार क्या है? (What are the types of malaria in Hindi?)
- मलेरिया के लक्षण क्या हैं? (What are the symptoms of malaria in Hindi?)
- मलेरिया के कारण क्या हैं? (What are the causes of malaria in Hindi?)
- मलेरिया में होने वाली परेशानी या मलेरिया के प्रभाव क्या हैं? (What are the effects of malaria in Hindi?)
- मलेरिया का टेस्ट कैसे होता है? (How is malaria tested?)
- मलेरिया के लिए घरेलू उपचार क्या हैं? (What are the home Remedies for Malaria in Hindi?)
- मलेरिया बुखार से राहत कैसे पाएं? (How to get relief from Malaria Fever?)
- मलेरिया की एलोपैथिक दवा क्या है? (Malaria allopathic medicine name)
- मलेरिया की आयुर्वेदिक दवा क्या है? (Malaria homeopathic medicine)
- मलेरिया से संबंधित अक्सर पूछे जाने वाले कुछ प्रश्न (Frequently asked questions (FAQs) related to malaria)
1. मलेरिया क्या है? (What is malaria in Hindi?)
Malaria kya hai के अंतर्गत हम आपको Malaria से संबंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारियों से अवगत करवाने वाले हैं। मलेरिया एक प्रकार का पैरासाइटिक रोग होता है। यह रोग एनाफिलीज मच्छर के काटने से होता है। यह मच्छर प्लाज्मोडियम नामक पैरासाइटिक तत्व को ढोती है और जब यह मच्छर आप को काटता है तब वह पैरासाइटिक तत्व आपके खून में चले जाते हैं जो आपके रेड ब्लड सेल्स को नष्ट कर देते हैं।
2. मलेरिया के प्रकार क्या हैं? (What are the types of malaria in Hindi?)
मलेरिया चार प्रकार के होते हैं -
- प्लासमोडियम वाइवेक्स
- प्लासमोडियम ओवाले
- प्लासमोडियम मलेरिया
- प्लासमोडियम फेल्किपेराम
3. मलेरिया के लक्षण क्या हैं? (What are the symptoms of malaria in Hindi?)
मलेरिया के लक्षण के आधार पर इसके घरेलू उपाय आसानी से किए जा सकते हैं लेकिन इसके पहले यह आवश्यक है कि malaria ke lakshan का पता लगाया जाए। मलेरिया के लक्षण को निम्नलिखित रुप से देखा जा सकता है-
- अचानक सर्दी का लगना तथा ज्यादा कंबल रजाई ओढ़ ना या कपकपी लगना इसके लक्षण होते हैं।
- अचानक से गर्मी लगना एवं उसके बाद फिर तेज बुखार होना।
- अधिक पसीना आना एवं बुखार कम हो जाना तथा कमजोरी महसूस करना यह सभी लक्षण देखने को मिलते हैं।
- मलेरिया में बुखार आना स्वाभाविक है पर यह काफी तकलीफ देती है।
- मलेरिया की समस्या में उलटी आती है।
- सास फुलना और जी मिचलाना मलेरिया के प्रमुख लक्षणों में शामिल है।
- सिरदर्द होना मलेरिया का ही लक्षण माना जाता है।
- इस रोग में मरीज में भूख में कमी देखी जाती है।
- मलेरिया में बुखार आने के साथ साथ ठंडी भी लगने लगती है।
- कई बार मलेरिया के मरीज को सर्दी -जुखाम हो जाती है।
- मलेरिया का बुखार होने पर चक्कर आ सकती है।
- थकान होना और दस्त होना मलेरिया के लक्षणों में गिने जाते हैं।
4. मलेरिया के कारण क्या हैं? (What are the causes of malaria in Hindi?)
- एनोफिलीस मादा मच्छर के कारण मलेरिया बुखार होता है। (Malaria is caused by anopheles mosquito.)
- भारत देश में अधिक रूप से मलेरिया का संक्रमण Plasmodium Falciparum तथा Plasmodiumvivax के कारण होता है। Plasmodium Falciparum के कारण मलेरिया होने से व्यक्ति की मृत्यु की भी संभावना बनी रहती है।
- कई बार मलेरिया रोग प्रोटोजोआ के कारण भी हो सकता है। (Malaria is caused by protozoa.)
- मलेरिया रोग किसी व्यक्ति से मच्छर में तथा malaria mosquito से फिर व्यक्ति में फैलता है।
- यदि किसी स्वस्थ व्यक्ति को malaria mosquito काट लेता है और उस व्यक्ति को किसी दूसरे प्रजाति का मच्छर फिर से यदि उस व्यक्ति को काटता है तो उस मच्छर के शरीर में मलेरिया के जीवाणु प्रवेश कर जाते हैं।
- मलेरिया से पीड़ित व्यक्ति को लगाई गई सुई का प्रयोग यदि किसी स्वस्थ व्यक्ति पर करें तो उसे भी मलेरिया रोग का संक्रमण हो जाएगा।
5. मलेरिया में होने वाली परेशानी या मलेरिया के प्रभाव क्या हैं? (What are the efects of malaria in Hindi?)
मलेरिया के कारण कई समस्याएं हो सकती है। मलेरिया में होने वाली परेशानी या इसके प्रभाव को निम्नलिखित रुप से देखा जा सकता है -
- मलेरिया रोग में पेट या मांस पेशियों में दर्द होने लगता है।
- मलेरिया का बुखार होने पर पूरे शरीर में ठंड, थकावट महसूस करना जैसे परेशानियां हो सकते हैं।
- इसमें पसीना आना, कांपना, बुखार लगना आदि समस्याएं जन्म लेने लगती है।
- मलेरिया में मरीज को उल्टी, दस्त एवं मतली की समस्या होती है।
- इसके अलावा मलेरिया में त्वचा का पीला पड़ना, दिल का तेजी से धड़कना, सिर में दर्द आदि प्रभाव देखने को मिलते हैं।
6. मलेरिया का टेस्ट कैसे होता है? (How is malaria tested?)
Malaria test : मलेरिया का पता मलेरिया के जांच से ही संभव हो सकता है। मलेरिया की जांच के लिए ब्लड टेस्ट और एक्स-रे करवाए जाते हैं। इसके अलावा कई अन्य टेस्ट होते हैं जिससे मलेरिया का पता लगाया जाता है। मलेरिया टेस्ट के नाम (test name for malaria) कुछ इस तरह से हैं -
सूक्ष्मदर्शी जांच (Microscope test) :
मलेरिया का टेस्ट करवाने के लिए सूक्ष्मदर्शी जांच सबसे भरोसेमंद जांच है। इस टेस्ट में मलेरिया से ग्रसित व्यक्ति के ब्लड प्लेटलेट्स की जांच की जाती है। इसके आधार पर पता लगाया जाता है कि व्यक्ति मलेरिया से ग्रसित है या नहीं।एंटीजन टेस्ट (Antigen test) :
मलेरिया के इस जांच प्रक्रिया में व्यक्ति के एक बूंद खून लेकर 15 से 20 मिनट में पता लगा सकते हैं कि वह व्यक्ति मलेरिया से ग्रसित है अथवा नहीं।मलेरिया आरटीएस (Malaria RTS) :
Malaria RTS को S vaccine भी नाम दिया गया है। इस टेस्ट का परीक्षण होने के बाद सार्वजनिक तौर पर इसका उत्पादन हो चुका है। परीक्षण के परिणाम स्वरूप देखा गया कि यह 50 से 60 फ़ीसदी कारगर रहा है।7. मलेरिया के लिए घरेलू उपचार क्या हैं? (What are the home Remedies for Malaria in Hindi?)
सभी लोग मलेरिया के बुखार से छुटकारा पाने के लिए घरेलू नुस्खा कोई अपनाना पसंद करते हैं। आश्रम यहां पर पतंजलि के विशेषज्ञों द्वारा प्रमाणित किए गए कुछ घरेलू नुस्खा के बारे में बताएंगे जिनके प्रयोग से मलेरिया के बुखार को कम किया जा सकता है।
1. मलेरिया के इलाज में तुलसी के फायदे
- तुलसी में एंटी-बैक्टीरियल के गुण पाए जाते हैं।
- 10 ग्राम तुलसी के पत्तों में सात से आठ काली मिर्च के दाने मिलाकर उसे अच्छी तरह पीस लें।
- इस मिश्रण में शहद मिलाएं एवं सुबह-शाम इसका सेवन करें।
2. मलेरिया के इलाज में अदरक और किशमिश के फायदे
- किशमिश में प्रोटीन, आयरन, फाइबर, कॉपर, विटामिन-बी6 तथा मैंगनीज तत्व मौजूद होता हैं।
- दो चम्मच किसमिस तथा एक छोटा टुकड़ा अदरक का एक गिलास पानी में डालकर उसे अच्छी तरह से उबालें।
- जब यह पानी आधा हो जाए तब दिन में दो बार इस गुनगुने पानी का सेवन करें।
3. मलेरिया के इलाज में हरसिंगार के फायदे
- अदरक के रस के साथ हरसिंगार के दो से तीन पत्तों को अच्छी तरह पीस लें।
- उसके बाद इस मिश्रण में थोड़ी मात्रा में शक्कर मिलाएं एवं दिन में एक बार इसका सेवन करें।
4. मलेरिया के इलाज में नीम के फायदे
- नीम में विटामिन सी पाया जाता है जो मलेरिया के इलाज में फायदेमंद होता है।
- 2 से 3 नीम के पत्तों को काली मिर्च के चार कली के साथ मिलाकर पीस लें।
- उसके बाद इसे थोड़े पानी में उबाल ले एवं इसे छानकर गुनगुने पानी का सेवन करें।
5. मलेरिया के इलाज में गिलोय के फायदे
- गिलोय में एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटीऑक्सीडेंट और कैंसर रोधी तत्व पाए जाते हैं ।
- मिट्टी के बर्तन में 40 ग्राम गिलोय को कुचलकर पानी मिलाकर रात भर ढक कर रख दें।
- सुबह इस मिश्रण को अच्छी तरह छान कर रोजाना तीन बार इसका सेवन करें।
6. मलेरिया के इलाज में हर्बल चाय के फायदे
- हर्बल चाय में इमली मिलाकर इसका सेवन करने से मलेरिया के लक्षणों जैसे सर दर्द बुखार आदि को कम करने में सहायता मिलती है।
- हर्बल चाय का सेवन नियमित रूप से करना चाहिए।
7. मलेरिया के इलाज में मेथी के फायदे
- मेथी दाने में जिंक, फोलिक एसिड, आईरन, कैलशियम, पोटेशियम, सोडियम, मैग्नीशियम जैसे मिनरल्स तथा विटामिन A B C के तत्व पाए जाते हैं।
- बुखार के कारण उत्पन्न कमजोरी को कम करने में मेथी का बीज फायदेमंद होता है।
- मेथी के बीज का प्रयोग करने से व्यक्ति की प्रतिरक्षा प्रणाली बढ़ने लगती है।
8. मलेरिया के इलाज में दालचीनी के फायदेेCinnamaldehyde for malaria
- दालचीनी में सिनामेलडिहाइड (Cinnamaldehyde) नामक शक्तिशाली जैविक तत्व पाया जाता है।
- इस तत्व में एंटी इन्फ्लेमेटरी के गुण पाए जाते हैं जो मलेरिया के लक्षणों को कम करने में मदद करते हैं।
- दालचीनी का सेवन रोजाना चाय में डालकर करें।
- इसके अलावा एक गिलास हल्के गर्म पानी में दो से तीन लोंग 5 ग्राम चिरायता तथा आधा चम्मच दालचीनी पाउडर को डालकर उसे अच्छे से मिला दे।
- उसके बाद इस मिश्रण का सेवन करने से मलेरिया से होने वाला बुखार कम होने लगता है।
9. मलेरिया के इलाज में प्याज के फायदेेOnion for malaria
- प्याज में पोटेशियम, विटामिन ए, सी, ई, कैल्शियम, फास्फोरस, सोडियम, तथा मैग्नीशियम के तत्व पाएजाते हैं।
- चार काली मिर्च को अच्छी तरह पीसकर 5 मिलीलीटर प्याज के रस में मिला दे।
- इस मिश्रण को रोजाना दिन में तीन बार पिए इससे फायदा मिलेगा।
10. मलेरिया के इलाज में फिटकरी के फायदे
- फिटकरी को तवे पर भून कर हल्का चूर्ण बना ले।
- इस चूर्ण का प्रयोग बुखार आने के 3 घंटे पहले आधा चम्मच पानी में मिलाकर पिए।
- उसके बाद प्रत्येक दूसरे घंटे में इस दवा को लेते रहने से बुखार को रोकने में मदद मिलती है।
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8. मलेरिया बुखार से राहत कैसे पाएं? (How to get relief from Malaria Fever?)
मौसम में होने वाले बदलाव एवं मच्छरों के प्रभाव से मलेरिया होता है। आमतौर पर मलेरिया का इलाज कई घरेलू उपायों की मदद से किया जा सकता है। मलेरिया से राहत पाने के लिए निम्नलिखित कार्य कर सकते हैं -
- मलेरिया से बचने के लिए सबसे जरूरी यह है कि मच्छरदानी का प्रयोग करें।
- मानसून या गर्मी में अधिक से अधिक पानी पिएं और हाइड्रेट रहें।
- मलेरिया में नारियल पानी या फलों का जूस आदि का सेवन करें।
- रोजाना चाय में काली मिर्च, दालचीनी, अदरक, तुलसी के पत्ते को डालकर इसका सेवन करें।
- फलों में अमरूद, पपीता, चीकू, सेब आदि का सेवन करें।
- खाने में दलिया, चावल, दाल की खिचड़ी या साबूदाना का सेवन करें। यह सभी चीजें पचने में आसान होती है तथा पौष्टिकता से भरपूर भी होती हैं।
- रोजाना सुबह एक गिलास गुनगुने पानी में एक चम्मच शहद तथा आधा नींबू को मिलाकर इसका सेवन करें।
- मलेरिया का बुखार होने पर रोगी को सर्दी लगने लगती है। इसलिए रोगी को पूरे ढके हुए तथा गर्म कपड़े पहनने चाहिए।
- इसके अलावा रोगी को ठंडे पानी तथा ठंडी चीजों के सेवन से बचना चाहिए।
- इसके अलावा भी और भी कई सारी चीजें हैं जिनके उपयोग से आप मलेरिया के संक्रमण से बचाव कर सकते हैं।
9. मलेरिया की एलोपैथिक दवा क्या है? (Malaria allopathic medicine name)
मलेरिया के लिए घरेलू उपाय लाभकारी होते हैं लेकिन आजकल बाजार में मलेरिया के उपचार की गोली भी उपलब्ध हो चुकी है जो मलेरिया बुखार को भगाने में सहायक होता है। मलेरिया बुखार में कौनसी दवा खाएं? के बारे में यदि आप नहीं जानते हैं तो इसे जरूर पढ़ें। इसके अंतर्गत एलोपैथिक और होम्योपैथिक दवाओं को सम्मिलित किया गया है, जो मलेरिया के लिए बेहद आवश्यक और लाभकारी मानी जाती है। मलेरिया की टेबलेट या मलेरिया की एलोपैथिक दवा (Malaria allopathic medicine name) निम्नलिखित है -
- क्लोरोक्विन
- मेफ्लोक़्वीन
- क़्वीनीन
- डॉक्सीसाइक्लिन
- Dolopar
- Lumerax
- Sumol
- Pacimol
- Dolo
- Zerodol P
10. मलेरिया के लिए आयुर्वेदिक दवा (Malaria homeopathic medicine)
मलेरिया की आयुर्वेदिक दवा (Malaria Ayurvedic medicine) निम्नलिखित हैं -
- चिरौता
- महा सुदर्शन चूर्ण
- घनबटी
- गोदंती भष्म
- अमृतारिष्ट
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11. मलेरिया से संबंधित अक्सर पूछे जाने वाले कुछ प्रश्न (Frequently asked questions (FAQs) related to malaria)
Q. how is malaria prevented (मलेरिया को कैसे रोका जा सकता है?)
अपने आसपास के इलाके में मच्छरों के प्रजनन स्थल को नियंत्रण करने और नष्ट करने से मलेरिया को रोका जा सकता है।
Q. malaria is caused by which mosquito? (मलेरिया किस मच्छर से होता है?)
आपको बता दें कि मलेरिया रोग मादा एनोलीज मच्छर के कारण फैलता है।
Q. मलेरिया कितने दिनों में ठीक होता है?
मलेरिया मुख्य रूप से 2 सप्ताह के अंदर सही इलाज की मदद से ठीक हो सकता है।
Q. What is the best cure of malaria? (मलेरिया का सबसे अच्छा इलाज क्या है?)
जिन जगहों पर मलेरिया का संक्रमण काम है वहां पर लोग घरों से बाहर निकलने के समय प्रतिजैविक तथा परजीवीरोधी दवाओं का सेवन कर लेते हैं।
Q. What is the easiest ways to stop malaria?(मलेरिया को रोकने का सबसे आसान तरीका क्या है?)
मलेरिया रोग में इलाज करवाने से बेहतर है खुद का बचाव करना यही इसे रोकने का सबसे बेहतर तरीका है।
Q. Can cinnamon treat malaria? (क्या दालचीनी मलेरिया का इलाज कर सकती है?)
दालचीनी को पीस कर उसका पाउडर बनाकर सेवन करने से मलेरिया के इलाज में फायदा होता है। दालचीनी के इस जादुई पाउडर को जेसुइट पाउडर भी कहा जाता है।
Q. What fruit can cure malaria? (कौन सा फल मलेरिया का इलाज कर सकता है?)
अमरूद मलेरिया का इलाज करने में लाभकारी होता है।
Q. What is the latest treatment for malaria? (मलेरिया के लिए नवीनतम उपचार क्या है?)
मलेरिया का सबसे नवीनतम उपचार कुनैन परिवार की क्लोरोक्वीन को माना जाता है।
Q. What is the first drug to treat malaria? (मलेरिया का इलाज करने वाली पहली दवा कौन सी है?)
कुनैन परिवार की क्लोरोक्वीन मलेरिया का इलाज करने वाली पहली दवा है।
Q. Does malaria stay in your body forever? (क्या मलेरिया आपके शरीर में हमेशा रहता है?)
मलेरिया रोग के कुछ अंश हमारे शरीर में रह जाते है परंतु इसके प्रभाव को हम दवाओं के द्वारा कम कर सकते हैं।
Q. Does malaria ever go away? (क्या मलेरिया कभी दूर होता है?)
मलेरिया को इलाज के द्वारा दूर किया जा सकता है।
Q. Is malaria a virus? (क्या मलेरिया एक वायरस है?)
मलेरिया एक प्रकार का वाहक जनित संक्रामक रोग है जो प्रोटोजोआ परजीवी के द्वारा फैलता है।
Q. मलेरिया में कौन सा इंजेक्शन दिया जाता है?
मलेरिया के रोग में लैरियैगो 40mg इन्जेक्शन एक प्रकार का एंटीपैरासाइटिक दवा होता है जिसे मलेरिया के इलाज तथा रोकथाम के लिए उपयोग किया जाता है।
अस्वीकरण (Disclaimer):
यहां मलेरिया बुखार से बचने के उपाय (Malaria fever ke gharelu upay) से संबंधित सभी जानकारियां यहां शैक्षणिक उद्देश्यों की पूर्ति के लिए दी गई है। Malaria संबंधित अधिक समस्या होने पर घरेलू उपायों के भरोसे ना रहें बल्कि चिकित्सक की सलाह अवश्य लें क्योंकि हम मलेरिया की जानकारी के लिए किसी भी प्रकार के जिम्मेदारी का दावा नहीं करते हैं।
दोस्तों ! हम आशा करते हैं कि हमारी पोस्ट मलेरिया के घरेलू उपाय के अंतर्गत यहां प्रदान की जाने वाली जानकारी आपके लिए मददगार रही होगी। इसके अलावा अन्य घरेलू उपायों के बारे में जानने के लिए हमें कमेंट बॉक्स में कमेंट करके जरूर बताएं और साथ ही साथ ही इसे उन व्यक्तियों अथवा जानकार लोगों को जरुर शेयर करें, जो मलेरिया से ग्रसित हैं। यहां बताए गए घरेलू उपाय मलेरिया बुखार से राहत दिलाने में मददगार साबित होंगे।
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