नमस्कार दोस्तों! Covid-19 के दौरान विभिन्न प्रकार के आने वाले नए-नए वेरिएंट्स के साथ-साथ उनके उपचार से संबंधित जानकारियों को लेकर हम आपके सामने फिर से हाजिर हुए हैं, जहां हम आपको डेंजरस और इफेक्टिव कोरोना वायरस के एक नए वेरिएंट नीपाह वायरस (Nipah Virus) से जुड़े सभी महत्वपूर्ण जानकारी देने वाले हैं।
Nipah Virus Symptoms and Precautions |
हम सभी जानते हैं कि कोरोना महामारी अपनी दूसरी लहर के अंत में है लेकिन इसके तीसरे लहर के आने की आशंका ने हर तरफ डर का माहौल बना दिया है। इसी आशंका और डर के बीच Delta Plus Variant और Mu Variant के बाद एक नए वायरस ने भारत में दस्तक दे दी है जिसका नाम नीपाह वायरस (Nipah Virus) बताया जा रहा है। अगर आपको नहीं पता है कि nipah virus kya hai तो बिना देर किए नीचे लिखी हुई सभी जानकारियों को ध्यानपूर्वक पढ़ें।
1. निपाह वायरस क्या है? (What is Nipah Virus in Hindi?)
दोस्तों ! Nipah virus in hindi की बात करें तो नीपाह वायरस एक प्रकार का संक्रमित वायरस है। नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल (National Center for Disease Control) ने बताया कि nipah virus transmission सूअर या किसी संक्रमित व्यक्ति के संक्रमण में आने के कारण होता है। यह nipah virus bat (चमगादड़) से भी होता है। संक्रमित चमगादड़ के किसी फल या दूसरे चीजों को खाने या छूने पर यह नीपाह नामक वायरस दूसरे लोगों में फैलता है। इससे बुखार, थकान, उल्टी और निमोनिया जैसे लक्षण रोगी में दिखाई देने लगते हैं।
2. निपाह वायरस के लक्षण क्या हैं? (What are nipah virus symptoms in hindi?)
Nipah Virus Symptoms Hindi |
निपाह वायरस पर वैज्ञानिकों और विशेषज्ञों ने अपना अध्ययन किया, जिसके अनुसार nipah virus ke lakshan पाए गए हैं। नीपाह वायरस से संक्रमित लोगों में पाए जाने वाले लक्षण निम्नलिखित हैं -
- नीपाह वायरस से संक्रमित लोगों के सांस की नली में सबसे ज्यादा संक्रमण होता है।
- इस वायरस से संक्रमित लोगों को सांस से जुड़ी परेशानियां होती हैं।
- अगर सांस लेने में तकलीफ हो रही हो तो यह भी नीपाह वायरस के लक्षण हो सकते हैं।
- नीपाह वायरस से संक्रमित होने पर लोगों में बुखार जैसे लक्षण भी पाए गए हैं।
- सिरदर्द या मांसपेशियों में दर्द होना भी नीपाह वायरस के लक्षण हो सकते हैं।
- नीपाह वायरस से संक्रमित लोगों में कफ या गले में खराश की समस्या भी होती है।
- हमेशा थकान महसूस करना या उल्टियां आना भी इस वायरस के लक्षण हो सकते हैं।
- इस nipah वायरस से संक्रमित होने पर व्यक्ति में इंसेफलाइटिस के लक्षण दिखते हैं।
- एटिपिकल निमोनिया होना भी इस वायरस के लक्षणों में शामिल है।
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3. निपाह वायरस अवधि क्या है? (What is the duration of Nipah virus in Hindi?)
जैसा कि हमने आपको बताया कि नीपाह वायरस में बुखार, उल्टी होना, निमोनिया जैसे कई लक्षण होते हैं जिसके कारण यह वायरस कई दिनों तक हमारे शरीर में रहता है और हमें कमजोर बना सकता है। निपाह वायरस के लक्षण हमें संक्रमित करने के करीब 48 घंटे बाद नजर आता है। इसीलिए यह वायरस हमारे शरीर में कई दिनों तक रह सकता है। इस वायरस की इंक्यूबेशन पीरियड यानि व्यक्ति में संक्रमण फैलाने किमा समय लक्षण दिखने के 5 या 14 दिनों से लेकर करीब 45 दिनों तक होता है। इसका मतलब है कि यह वायरस हमें 45 दिनों तक संक्रमित रख सकता है।
4. निपाह वायरस की जांच RTPC कैसे करें? (How nipah virus test RTPC in Hindi?)
आपको बता दें कि नीपाह वायरस कोरोना वायरस से मिलता जुलता है और इसीलिए इसकी जांच के लिए भी कोरोना वायरस के जांच के तरीके को अपनाया जा रहा है। जिस तरह कोरोनावायरस के टेस्ट के लिए RT PCR टेस्ट जा इस्तेमाल किया जाता है ठीक उसी तरह नीपाह वायरस की जांच करने के लिए भी RT PCR टेस्ट करते है। नीपाह वायरस की जांच के लिए खून ता शरीर के किसी भी फ्लूइड यानि तरल पदार्थ के नमूने लेकर उसका जांच किया जाता है। इस वायरस की जांच के लिए एलिजा का इस्तेमाल किया जाता है, जिसमें एंटीबॉडी टेस्ट का इस्तेमाल होता है।
5. निपाह वायरस कैसे फैलता है? (How does this Nipah virus transmission in Hindi?)
Nipah Virus transmission |
जैसा कि हम जानते हैं कि नीपाह वायरस चमगादड़ या सूअर के संक्रमण के कारण फैलता है। यदि कोई चमगादड़ या सूअर किसी चीज़ को छू दे और उस चीज के संपर्क में कोई व्यक्ति आता है तो वह व्यक्ति नीपाह वायरस से आसानी से संक्रमित हो सकता है। NCDC यानि नेशनल सेंटर ऑफ डिजीज कंट्रोल के द्वारा इस नीपाह वायरस के लिए कुछ नियम या गाइडलाइंस जारी किए गए हैं जिसके अनुसार अभी पेड़ों पर लदे फल को तुरंत तोड़ के खाने से मना किया जा रहा है। एनसीडीसी द्वारा सलाह दी गई है कि खजूर जैसे फलों को ना खाएं क्योंकि चमगादड़ वैसे पेड़ों पर आते हैं और फलों को संक्रमित कर सकते हैं। एनसीडीसी द्वारा जारी किए गए गाइडलाइंस के अनुसार नीपाह वायरस से मरे हुए लोगों में भी संक्रमण होता है इसीलिए नीपाह संक्रमित व्यक्ति की मौत के बाद भी दूरी बनना जरुरी होता है।
6. निपाह वायरस से बचने के उपाय क्या हैं? (What is nipah virus prevention in Hindi?)
Nipah-Virus-Protection |
दोस्तों ! निपाह वायरस से बचने के उपाय या निपाह वायरस का इलाज (Nipah Virus precautions) वर्तमान में वैज्ञानिकों और डॉक्टरों द्वारा पूरी तरह से घोषित नहीं किया गया है लेकिन कई ऐसे सावधानियां हैं जिन्हें बरतना बेहद आवश्यक है। इसके अलावा इसके बचाव के कुछ तरीके भी निम्नलिखित हैं -
- जैसा कि यह वायरस फलों, संक्रमित जानवर या मरे हुए लोगों से भी फैल सकता है इसीलिए कुछ उपायों को अपनाकर इस वायरस से बचा जा सकता है।
- Ribavirin ड्रग से जुड़े रिसर्च किए जा रहे हैं लेकिन इसकी अभी तक पुष्टि नहीं हो सकी है कि निपाह वायरस से बचने में यह पूरी तरह से कारगर होगा।
- निपाह वायरस से बचाव के लिए हर रोज अच्छे से पानी और साबुन की मदद से हाथों को धोते रहना चाहिए।
- इससे बचने के लिए कच्चे खजूर जैसे फलों को या उसके रस को नहीं पीना चाहिए।
- निपाह वायरस से संक्रमित व्यक्ति की मौत का अंतिम संस्कार एनसीडीसी की गाइडलाइंस के मुताबिक ही करना चाहिए।
- किसी भी फल को अच्छे से धोए बिना ना खाएं वरना उससे भी संक्रमण फैल सकता है।
- अगर आप किसी बीमार जानवर या पशु की देखभाल या जांच कर रहे हैं, तो मास्क या दस्तानों का इस्तेमाल जरूर करें, जिससे नीपाह वायरस का खतरा कम किया जा सकता है।
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7. भारत में निपाह वायरस का प्रभाव क्या है? (How is nipah virus effect in India?)
भारत में इस नीपाह वायरस का भी काफी असर देखा जा रहा है। nipah virus latest news के अंतर्गत बता दें कि हाल ही में nipah virus in kerala 2021 से आई नई खबरों के मुताबिक एक 12 साल के बच्चे की मृत्यु इस वायरस की वजह से हो गई, जिसके बाद भारत में इस वायरस को लेकर काफी चिंता जताई जा रही है और NCDC के नियमों को पालने की सलाह दी जा रही है।
अस्वीकरण (Disclaimer)
इस आर्टिकल में हमने निपाह वायरस से जुड़ी मुख्य बातें बताई हैं, जो केवल आपकी जानकारी है। इस वायरस से जुड़ी अधिक जानकारी के लिए आप NCDC या WHO की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर इससे जुडे़ नए अपडेट्स देख सकते हैं। इस आर्टिकल में बताए गए जानकारी के लिए हमारा वेबसाइट किसी भी तरह से जिम्मेदारी का दावा नहीं करता है। इसकी अधिक जानकारी के लिए आप WHO या NCDC के ऑफिसियल वेबसाइट को फॉलो कर सकते हैं।
दोस्तों! हमें उम्मीद है कि इस आर्टिकल में बताए गए नीपाह वायरस की जानकारियां WHO और NCDC के अपडेट्स के मुताबिक हैं, जो आपको पसंद आई होगी। इस नए निपाह वायरस से जुड़ी यह आर्टिकल आप सोशल मीडिया पर शेयर कर दूसरे लोगों को भी इसकी जानकारी जरुर दें। इस वायरस से जुड़ी आने वाली जानकारियों को हम आपसे जरूर शेयर करेंगे।